श्री दुर्गा कवच :-
शत्रुओ पर विजय पाने और सभी मुश्किलों को दूर करता है श्री दुर्गा कवच । सुख-शांति की कामना रखने वाले लोगों को भी श्री दुर्गा कवच की स्थापना से लाभ मिलता है । श्री दुर्गा कवच आपको शत्रुओं, बुरी नज़र और नैगेटिविटी से बचाता है ।
पंचमुखी हनुमान कवच :-
कवचमें शूकर मुख धन-सम्पत्ति और ऐश्वर्य का प्रतीक है। वानर मुख सूर्य के समान तेजस्वी है। इससे व्यक्ति के समस्त शत्रुओं का नाश होता है। पंचमुखी हनुमान का गरुड़ रूप संकट मोचक है जो संकटों का निवारण करता है। नृसिंह मुख भक्तों के सभी प्रकार के भय और चिंता का निपटारा करता है। भूत-प्रेत से छुटकारा पाने के लिए इस कवच का प्रयोग किया जाता है।
लक्ष्मी धन कवच:-
लक्ष्मी घर में सुख-शान्ति बनाये रखने के लिए सहायक है।लक्ष्मी धन कवच के माध्यम से संतानहीन स्त्री को पुत्र की प्राप्ति होती है। मां लक्ष्मी उस घर में स्थिर रूप से निवास करती है। व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है। सभी आर्थिक संकटों से छुटकारा पाने में सहायक है यह लक्ष्मी धन कवच। लक्ष्मी कवच घर में मौजूद वास्तु दोषों को समाप्त करता है।
माँ लक्ष्मी एवं गणेश जी की अष्टधातु से निर्मित कवच:-
सुख-वैभव, समृद्धि, प्रगति और शांति का प्रतीक मानी जाती है। इसलिए इसकी पूजा से घर में शांति का वातावरण स्थापित होता है। अष्ट धातु में आठ धातुएँ होती हैं जिसमें सोना, चाँदी, ताँबा, जस्ता, शीशा, टिन, लोहा तथा पारा सम्मिलित हैं। कवच में इन सभी धातुओं का मिश्रण समानुपात है। अष्टधातु की ये प्रतिमा मानसिक तनाव से भी छुटकारा दिलाती है।
शनि रक्षा कवच:-
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए इस कवच का प्रयोग कर सकते हैं।अगर आपको बहुत मेहनत करने के बाद भी अपने कार्य में सफलता नहीं मिल पाती है तो आपको इस कवच का प्रयोगलाभ दे सकता है।कर्ज के बोझ तले दबे जा रहे हैं तो आपको इस कवच का प्रयोग करने से विशेष लाभ होगा।
नाव की कील:-
अगर आपकी शनि की साढ़ेसाती या महादशा चल रही है, तो इसके नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए नाव की कील आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है. इसके लिए नाव में लगी लोहे की कील से अंगूठी बनवा लें. जिसे शनिवार को अनामिका अंगुली में धारण करें. इससे शनि का प्रकोप कम हो जाएगा.
भोजपत्र:-
भोजपत्र को शैक्षणिक ही नहीं तांत्रिक दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण माना जाता है। भोजपत्र का वशीकरण के लिए भी प्रयोग किया जाता है। स्त्री या पुरुष के वशीकरण के लिए अगर विभिन्न वैदिक या शाबर मंत्रों के जाप और टोने-टोटके उपयोगी होते हैं, तो विविध उपायों के अनुरूप बनाए गए यंत्र की पूजा से भी मनोवांछित परिणाम मिलते हैं।
सर्व कार्य सिद्धि कवच :-
जिस व्यक्ति को लाख प्रयत्न और परिश्रम करने के बादभी उसे मनोवांछित सफलताये एवं किये गये कार्य में सिद्धि (लाभ) प्राप्त नहीं होती, उस व्यक्ति को सर्व कार्य सिद्धि कवच अवश्य धारण करना चाहिये।सर्व कार्य सिद्धि कवच के द्वारा सुख समृद्धि और नव ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को शांत कर धारण करता व्यक्ति के जीवन से सर्व प्रकार के दु:ख-दारिद्र का नाश हो कर सुख-सौभाग्य एवं उन्नति प्राप्ति होकर जीवन मे सभि प्रकार के शुभ कार्य सिद्ध होते हैं। जिसे धारण करने से व्यक्ति यदि व्यवसाय करता होतो कारोबार मे वृद्धि होति हैं और यदि नौकरी करता होतो उसमे उन्नति होती हैं।
क्रिस्टल कछुआ :-
फेंगशुई शास्त्र के अनुसार क्रिस्टल कछुए को घर में रखना बड़ा शुभ माना जाता है। यह न केवल सुख-समृद्धि में वृद्धि करता है बल्कि घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में भी सहायक माना गया है। हिंदू धर्म शास्त्रों में कछुए को विष्णु जी का अवतार माना जाता है।
नारायण कवच:-
भय का अवसर उपस्थित होने पर नारायण कवच धारण करके अपने शरीर की रक्षा कर सकते है. नारायण कवच सही विधि से धारण करके व्यक्ति अगर किसी को छू ले तो उसका भी मंगल हो जाता है, नारायण कवच की ऐसी महिमा है आज के जमाने में नारायण कवच की बहुत जरुरत है, हवामान में तनाव खूब है, वातावरण में, काम बिकार खूब है, लोभ खूब है, चिंता हैं और एक दुसरे की निंदा करने में लगे रहते हैं आप लोग इस कवच के पढ़ को जरूर करें इससे आपकी मनोकामना पूर्ण होगी |