Rudraksh Details

रुद्राक्ष की विस्तृत जानकारी ...


रुद्राक्ष धारण...

रुद्राक्ष का अर्थ है रूद्र का अक्ष अर्थात ' शिव की आँखे ' | रुद्राक्ष शिव स्वरुप ही है | रुद्राक्ष मानव के लिए अपने अन्तर्मन में गहराईयों तक जाने का स्रोत है | इसे पृथ्वी और स्वर्ग के बीच का सेतु मन जाता है | भारत की प्राचीन ग्रंथो व पुरानो में रुद्राक्ष का वरण बखुबी मिलाता है | शिव महा पुराण, निर्णय सिन्धु , लिंग पुराण ,पद्म पुराण , मंत्र महार्णव ,महाकाल संहिता , रुद्राक्ष जाबालोपनिषद , बृहद जाबालोपनिषद , सर्वोलास तंत्र , देवी पुराण व रुद्राक्ष कल्प में इसका वर्णन मिलता है |

    हमारे अध्यात्मिक स्वरूप से जुडा रूद्राक्ष हमें भगवान शिव का सानिध्य प्रदान करता है | प्रभु को अपने में धारण करने का मार्ग है यह रुद्राक्ष , इस अति पवित्र वस्तु के होने से हमारे सभी दुख और कलेश दूर हो जाते हैं| इसे धारण करने से जीव अपने चित में अदभुत शक्ति का संचार पाता है | रुद्राक्ष भगवान शिव के नेत्रों से प्रकट हुई वह मोती स्वरूप बूँदें हैं जिसे ग्रहण करके समस्त प्रकृति में आलौकिक शक्ति प्रवाहित हुई तथा मानव के हृदय में पहुँचकर उसे जागृत करने में सहायक हो सकी |

रुद्राक्ष दरअसल भूरे रंग के दाने होते है , जो कि रुद्राक्ष नामक फल के बीज होते है , यह फल रुद्राक्ष नामक पेड़ पर लगता है , जीव विकास में रुद्राक्ष के पेड़ को ‘ उत्तरासम बीड ट्री ’ कहा जाता है | इसके पत्ते हरे , फल भूरे रंग का और स्वाद कसैला होता है | रुद्राक्ष बृक्ष अधिकतर इंडोनेशिया ,नेपाल ,भारत ,जावा ,सुमात्रा ,पालो ,ईरान में पाया जाता है | एक अनुमान के अनुसार लगभग 65% रुद्राक्ष बृक्ष इंडोनेशिया में,25% नेपाल में , 5% भारत में पाया जाता है , और 5% अन्य देश में पाया जाता है |

रुद्राक्ष भगवान शिव के नेत्रों से गिरीं जल बूँदें हैं जो संसार के दु:खों को दूर करने के लिए भगवान शिव का आशीर्वाद हैं. रुद्राक्ष सिद्धिदायक, पापनाशक, पुण्यवर्धक, रोगनाशक, तथा मोक्ष प्रदान करने वाला है. शिव पुराण में कहा गया है कि रुद्राक्ष या इसकी भस्म को धारण करके 'नमः शिवाय' मंत्र का जप करने वाला मनुष्य शिव रूप हो जाता है|

रुद्राक्ष द्वारा किसी भी समस्या का समाधान पाया जा सकता है आवश्यक है की , किस समस्या के लिए कौन सा रुद्राक्ष पहनाया जाय। रुद्राक्ष से धर्म अर्थ काम मोक्ष चारो पुरुसार्थ की सिद्धि होती है उत्तम रुद्राक्ष नेपाल में पाया जाता है , जो गोरखपुर से मात्र १०० की.मी. की दूरी पर है । धयान रहे, परख की छमता है तो कही भी आप सही रुद्राक्ष प्राप्त कर सकते है , हमारे यहाँ सभी प्रकार के पूर्णता शुद्ध रुद्राक्ष उपलब्ध है । जिससे व्यक्ति को सुगमता के अनुसार धारण करा कर लाभान्वित किया जाता है ।

एक मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1. एक मुखी रुद्राक्ष तो भगवान् शंकर का ही स्वरुप माना जाता है | यह रुद्राक्ष सूर्य से ही सम्बंधित है और सूर्य के अशुभ प्रभाव जैसे आत्म विश्वास की कमी , निस्तेज चेहरा डरे डरे रहना , अज्ञात भय आदि को ठीक करता है | सूर्य द्वारा होने वाले अलग रोगों को ठीक कर सकते है | जैसे दाई आँख के रोग ,सिर दर्द , कान के रोग ,हड्डियों की कमजोरी आदि , साथ ही यह समृद्ध शक्ति तथा नेतृत्व क्षमता भी देता है | यह धारक को उच्चपद आदर व सम्मान दिलाता है | जिस घर में एक मुखी रुद्राक्ष होता है उसमे सदा लक्ष्मी का बॉस होता है | शत्रु स्वय ही परास्त हो जाते है |
2.एक मुखी रूद्राक्ष पहनने पर सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है.
3.एक मुखी रूद्राक्ष सभी प्रकार के पापों का नाश करता है.
4.एक मुखी रूद्राक्ष कुंडली में सूर्य के हानिकारक प्रभाव को नियंत्रित करता है.
5.एक मुखी रूद्राक्ष प्रशासक, नेताओं, दवा की दुकानों, बिल्डर्स, संपत्ति डीलरों, होटल व्यवसायियों आदि के लिए यह रूद्राक्ष लाभकारी है.
मन्त्र: ॐ नमः शिवाय ,ॐ ह्रीं नमः ||
कीमत: रुपये. इक्कीस सौ + कोरिअर चार्ज

दो मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1.यह रुद्राक्ष शिव शक्ति का स्वरुप है | यह  चंद्रमा से सम्बंधित है और चंद्रमा के अशुभ प्रभावों को कम करता है | चंद्रमा द्वारा दिया जाने वाले रोग - जैसे बाई आँख के रोग, किडनी  का रोग , आंत के रोग  को ठीक करता है | साथ ही आपसी सम्बन्धो में आई कड़वाहट को दूर करता है ,  मानसिक  शक्ति को बढाता है  |  जो व्यक्ति गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण  नहीं कर सकते उन्हें गौरी व शंकर दोनों को प्रसन्न करने के लिए दो मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए |  वक्तावों , न्यायधीशो , वकीलों , वैज्ञानिकों , अनुसंधान कर्ताओ व विधार्थियों के लिए उत्तम है |
2.यह रूद्राक्ष कुंडली में चंद्रमा के हानिकारक प्रभाव को नियंत्रित करता है |
3.यह रूद्राक्ष न्यायाधीशों, लेखक, कलाकार, अभिनेता आदि के लिए यह रूद्राक्ष लाभकारी है |
मन्त्र: ॐ श्री गौरी शंकराय नमः ,ॐ नमः||
कीमत: रुपये. पन्द्रह हज़ार + कोरिअर चार्ज

तीन मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1. तीन मुखी रुद्राक्ष ब्रम्हा , विष्णु व महेश तीनों का स्वरुप है इससे त्रिदेवों की प्रसन्नता मिलती है यह मंगल से सम्बन्धित है मंगल के अशुभ प्रभावों जैसे कि रक्त के रोग, उच्च रक्त चाप शारीरिक कमजोरी , माहवारी के रोग , किडनी के रोग , तनाव व नकारात्मक सोच ,पाप बोध आदि को ठीक करता है | दया , धर्म , परोपकार ,जनकल्याण ,के विचारों को विशेष रूप से बढाता है वात ,पित व कफ का शरीर में उचित संतुलन रखता है | कमजोर विधार्थियों के लिये विशेष लाभदायक है बार बार बिमारियों से परेशान रहने वाले लोगो को तुरंत लाभ देता है |
2.यह रूद्राक्ष कुंडली में मंगल ग्रह के हानिकारक प्रभावों को नियंत्रित करता है |
3.यह रूद्राक्ष पुलिस अधिकारियों, सेना के अधिकारी, एथलीट, खिलाड़ी, इंजीनियर, सर्जन, नर्स, चिकित्सा प्रतिनिधि, केमिस्ट्स बिल्डर्स, संपत्ति डीलरों, विद्युत और घरेलू उपकरण व्यवसायियों, ऑटोमोबाइल व्यापारी, घर के अधिकारियों, रक्षा, खेल , कृषि, विज्ञान, सड़क, परिवहन, रेलवे, आदि विभागों के लिए यह रूद्राक्ष लाभकारी है |
मन्त्र: ॐ क्लिंग नमः ,ॐ नमः शिवाय ||
कीमत: रुपये. 500/- + कोरिअर चार्ज

चार मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1. यह देवी सरस्वती और ब्रह्मा का स्वरुप है यह बुध से सम्बन्धित है बुध  ग्रह के अशुभ प्रभावों दिमागी कमजोरी  कुछ  भी समझने की कमी , बोल चाल की दिक्कत , दिमाग की नसों की कमजोरी ,आदि से बचाता है यह धर्म ,अर्थ ,कम तथा मोक्ष देने वाला है ब्राह्मण ,क्षत्रिय इत्यादी चारों वर्गों से पुजित है ब्रह्मचारी ,गृहस्त , बाण प्रस्थ व सव्यासी सभी इसे धारण कर सकते है |  वेद , पुराण ,संस्कृत पढने वाले विध्यार्थी व धर्माचारियों को अवश्य धारण करना चाहिए |
3.यह रूद्राक्ष कुंडली में बुध ग्रह के हानिकारक प्रभावों को नियंत्रित करता है |
4.यह रूद्राक्ष बैंक अधिकारियों, प्रबंधकों, व्यापारियों, राइटर्स, अधिवक्ता, पत्रकार, चार्टर्ड एकाउंटेंट, प्रकाशक, प्रिंटिंग प्रेस संबंधित व्यवसायियों, वित्त, वाणिज्य के अधिकारियों, लेखा, लेखा परीक्षा, आर्थिक, सांख्यिकी, योजना और कराधान आदि विभागों के लिए लाभकारी है |
मन्त्र: ॐ ह्रीं नमः ||
कीमत: रुपये. 250/- + कोरिअर चार्ज

पांच मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1. यह रुद्राक्ष भगवान परमेश्वर का स्वरुप है यह गुरु से सम्बन्धित है | ज्ञान ,विचारों का सौन्दर्य ,शांति ,संपत्ति , संतान आदि देता है | गुरु के अशुभ प्रभावों जैसे वैवाहिक जीवन में तनाव , विवाह का विलम्ब होना ,मोटापा ,शुगर, जांघ ,किडनी के रोगों को ठीक करता है | विशेष आयु व उत्तम स्वास्थ प्रदान करता है , टूटे हुए दिल को जोड़ता है किसी अचानक हमले से रक्षा करता है
3. यह रूद्राक्ष कुंडली में बृहस्पति के हानिकारक प्रभावों को नियंत्रित करता है |
4. यह रूद्राक्ष प्रोफेसर, व्याख्याता के लिए फायदेमंद है, शिक्षक, आध्यात्मिक शिक्षक (गुरु), न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं, ज्योतिषी, रिसर्च स्कॉलर्स, शिक्षा संबंधित व्यवसायियों, शिक्षा, मानव संसाधन विभाग, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों के अधिकारियों आदि विभागों के लिए लाभकारी है |
मन्त्र: ॐ नमः शिवाय , ॐ ह्रीं नमः ||
कीमत: सामान्य रुपये. 20 + कोरिअर चार्ज
        व विशिष्ठ रुपये. 100 + कोरिअर चार्ज

छह मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1. यह रुद्राक्ष स्वामी कार्तिकेय का स्वरुप है यह शुक्र से सम्बन्धित है और शुक्र ग्रहों के अशुभ प्रभावों व रोग जैसे कि प्रजनन अंगो में रोग ,गुप्त रोग ,उच्च रक्त चाप ,मूर्छा कम या अधिक कामुकता को नियंत्रित करना ,प्रेम व संगीत आदि में रूचि , विध्या अध्यन में भी उपयोगी है दरिद्रता का नाश कर ,संपत्ति को बढ़ाता है अति कम ,क्रोध ,लोभ ,मोह ,मद ,मतसर नामक छहों दुर्गुणों को दूर करने में सहायक है सौन्दर्य व फिल्म जगत में सफलता दिलाने में विशेष कामगर है |
2.यह रूद्राक्ष कुंडली में शुक्र की विघातक प्रभाव को नियंत्रित करता है.
3.यह रूद्राक्ष कलाकार, अभिनेता, संगीतकार, चित्रकारों, हस्तशिल्प श्रमिक, ब्यूटीशियन, सौंदर्य उत्पाद, रेडीमेड गारमेंट्स और कपड़े के व्यापारी, महिला कल्याण आदि विभाग के अधिकारियों के लिए यह रूद्राक्ष लाभकारी है.

मन्त्र: ॐ स्वामी कर्तिकेयाय नमः , ॐ ह्रीं नमः||
कीमत: रुपये. 250/- + कोरिअर चार्ज

सात मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1. यह रुद्राक्ष लक्ष्मी का स्वरुप है यह शनि ग्रह से सम्बन्धित है और शनि के अशुभ प्रभावों जैसे रोग ,मृत्यु ,नपुंसकता ,सर्दी ,निराशा, अंधकार ,किसी भी प्रकार का दुःख दूर करता है यह सप्तकोटि,मन्त्रों के समतुल्य है और सभी के प्रकार के अतिमोह में कमी लता है | दुनिया में इसको पहनने से भ्रमण करने कि इच्छा सुगमता से पूर्ण होती है व्यापार व नौकरी में उन्नति होती है तथा धन धान्य कि कमी नहीं रहती है |
2. यह रूद्राक्ष इंजीनियर्स, कृषक, किसान, खनन व्यवसायियों, पेट्रोलियम उत्पाद व्यवसायियों, प्लास्टिक उत्पाद व्यवसायियों, न्यायाधीशों, वकीलों, सैनिक, ठेकेदार, ऑटोमोबाइल व्यापारी, ट्रांसपोर्टर, ट्रेड यूनियन के नेताओं, श्रमिकों, मानव संसाधन प्रबंधक, मानव संसाधन, बीमा, चिकित्सा अधिकारियों के लिए लाभकारी , कृषि, कोल, खनिज और खान, श्रम कल्याण, पेट्रोलियम, सामान्य प्रशासन, सड़क और परिवहन, रेलवे विभागों आदि के लिए यह रूद्राक्ष लाभकारी है.
मन्त्र: ॐ महालक्ष्मी नमः ,ॐ ह्रीं नमः||
कीमत: रुपये. 300/- + कोरिअर चार्ज

आठ मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1. यह रुद्राक्ष गणेश जी व रूद्र का स्वरुप है यह राहु ग्रह से सम्बन्धित है राहु के अशुभ प्रभावों जैसे फेफड़े के रोग ,अकस्मात् होने वाली घटनाये ,चोरी की घटना ,अचानक विवाद ,मोतियाबिंद ,पेट ,त्वचा के रोग आदि को ठीक करता है लेखन तुला में निपुणता तथा व्यक्ति को अंतर्मुखी होने की शक्ति देता है राजनीति में भी अच्छी सफलता दिलाता है तत्व ज्ञान की प्राप्ति में सहायक है.
2.यह रूद्राक्ष कंप्यूटर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कंप्यूटर ऑपरेटर, संचार इंजीनियर्स, शेयर बाजार दलाल, पायलट, वायु सेना के अधिकारियों, मोबाइल कंपनियों, टेलीविजन कंपनियों, दूरसंचार विभागों, एयरलाइंस आदि के अधिकारियों के लिए लाभकारी है.
मन्त्र: ॐ गणेशाय नमः ||
कीमत: रुपये. 1500/- + कोरिअर चार्ज

नौ मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1.यह रुद्राक्ष दुर्गा का स्वरुप है अतः नौरात्रि व्रतों का फलदाता है नव ग्रहों में से अनिस्टकारक ग्रहों के प्रभाव का नाश करता है यह केतु ग्रह से सम्बन्धित है केतु के अशुभ प्रभावों जैसे फेफड़े के रोग ,ज्वर , आँख का दर्द ,त्वचा रोग ,शरीर दर्द आदि को ठीक करता है आत्मबल को बढाता है दिल की धड़कन चलने से घबड़ाहट साँस फूलना ,हफना आदि रोगों में लाभ करी होता है गृहस्तों की किसी भी समस्या को दूर करता है देवी के उपासकों को इसे जरूर धारण करना चाहिए देवी मन्त्रों का ज्ञान शीघ्र ही लाभ देने लगता है
2. नौ मुखी रूद्राक्ष कालसर्प (कालसर्प दोष) योग, ग्रहण योग आदि के प्रतिकूल प्रभाव को दूर करने के लिए फायदेमंद है.
2. यह रूद्राक्ष कंप्यूटर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कंप्यूटर ऑपरेटर, संचार इंजीनियर्स, शेयर बाजार दलाल, पायलट, वायु सेना के अधिकारियों, मोबाइल कंपनियों, टेलीविजन कंपनियों, दूरसंचार विभागों, एयरलाइंस आदि के अधिकारियों के लिए लाभकारी है.
मन्त्र: ॐ नौदुर्गाय नमः , ॐ ह्रीं नमः ||
कीमत: रुपये. 1500/- + कोरिअर चार्ज

दस मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1.यह रुद्राक्ष भगवन विष्णु का स्वरुप है यह सभी ग्रहों के प्रभावों को दूर करने में सक्षम है व्यक्ति को सम्पूर्ण सुरक्षा का अहसास कराता है इसे प्रमुख दस अवतारों का आशीर्वाद प्राप्त है दस इंद्रियों द्वारा किये गये पापकर्म का नाश करता है राजसी कार्यों में सफलता मिलती है दासों दिशाओं में यश की वृद्धि करता है हृदय और दिमाग को मजबूत करता है अजनबी भी मित्र बन जाते है मौत से भय नहीं लगता है
2. यह रूद्राक्ष धारण करने पर मौत से डर नहीं लगता है.
3.यह रूद्राक्ष कुंडली में बृहस्पति के हानिकारक प्रभावों को नियंत्रित करता है.
4.यह रूद्राक्ष गुरु चंडाल योग, पितृ दोष आदि योग के प्रतिकूल प्रभावों को दूर करने के लिए फायदेमंद है.
5. यह रूद्राक्ष डॉक्टर, केमिस्ट, चिकित्सा प्रतिनिधि, मैकेनिकल इंजीनियर्स, बिल्डर्स, संपत्ति डीलरों, पायलट, वायुसेना अधिकारियों, प्रोफेसरों, शिक्षकों, आध्यात्मिक शिक्षक (गुरु) आदि के लिए लाभकारी है.
मन्त्र: ॐ श्री नारायणाय नमः , ॐ ह्रीं नमः ||
कीमत: रुपये. 1500/- + कोरिअर चार्ज

ग्यारह मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1.यह रुद्राक्ष रूद्र का स्वरुप है अर्थात महावीर बजरंग बली का रूप है यह व्यक्ति को साहस व आत्मविश्वाश देता है और व्यक्ति हिम्मत व बहादुरी से जीवन जीता है विद्वान ,गुणवान व चतुर भी बनाता है किसी व्यक्ति में दूसरे के मन की बात जान लेने का गुण भी आने लगता है झुंझलाहट अधीरता व कायरता से मुक्ति दिलाता है दुःख स्वाभाव में रहने वाले लोगों को हंसने की कला के साथ जीवन आनंदित कर देता है.
2. यह रूद्राक्ष कुंडली में मंगल ग्रह के हानिकारक प्रभावों को नियंत्रित करता है.
3. यह रूद्राक्ष मांगलिक योग के प्रतिकूल प्रभाव को दूर करने के लिए फायदेमंद है.
4. यह रूद्राक्ष बैंक अधिकारियों, प्रबंधकों, चार्टर्ड एकाउंटेंट, डॉक्टर, इंजीनियर, पायलट, वायुसेना अधिकारियों, क्लर्कों, आशुलिपिक, टंकक, राइटर्स आदि के लिए यह रूद्राक्ष लाभकारी है.
मन्त्र: ॐ श्री रुद्राय नमः , ॐ ह्रीं नमः ||
कीमत: रुपये. 3100/- + कोरिअर चार्ज

बारह मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1.यह रुद्राक्ष सूर्य देव का स्वरुप है यह सूर्य ग्रह से सम्बंधित है इसको धारण करने से राजकीय कार्यों में सफलता महत्वकक्षाये ऊँची होने लगती है यह आपसी कलह भी शांत करता है हड्डी से सम्बंधित रोग तो दूर करता ही है सभी प्रकार के रोगों में लाभ करी है
2. यह रूद्राक्ष कुंडली में सूर्य के हानिकारक प्रभाव को नियंत्रित करता है.
3. यह रूद्राक्ष प्रशासक, राजनेता, लेखाकार, चार्टर्ड एकाउंटेंट, पुलिस अधिकारियों, डॉक्टरों, कंप्यूटर इंजीनियर, व्यापारी आदि के लिए लाभकारी है.
मन्त्र: ॐ श्री सूर्याय नमः ||
कीमत: रुपये. 5100/- + कोरिअर चार्ज

तेरह मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1. यह इंद्र का स्वरुप है यह व्यक्ति को जैसा सुन्दर बनाता है इंद्र जैसा भोग विलास का अवसर मिलता है यह छह मुखी रुद्राक्ष की तरह भी कम करता है और शारीरिक सुखी की पूर्ति कराता है राज्य में पद प्राप्त कराता है उदार व सात्विक विचार उत्पन्न करता है नवीन योजनाओं को सफल कराने में भी विशेष लाभदायक है भाग्य वृद्धि करता है स्त्रियाँ विशेष प्रसन्न रहती है.
2. यह रूद्राक्ष कुंडली में चंद्रमा और शुक्र के हानिकारक प्रभावों को नियंत्रित करता है.
3. यह रूद्राक्ष प्रशासक, राजनेता, अधिवक्ता, ठेकेदार, संगीतकार, कवि, लेखाकार, होटल व्यवसायियों, जनरल व्यापारी, आदि व्यापारी के लिए लाभकारी है.
मन्त्र: ॐ ह्रीं नमः ||
कीमत: रुपये. 9000/- + कोरिअर चार्ज

चौदह मुखी रूद्राक्ष

लाभ:
1.यह रुद्राक्ष भगवान शिव त्रिपुरारी का स्वरूप है यह शनि ग्रह से सम्बंधित है यह सभी अभिलाष्यों को पूर्ण करता है इश्वर के प्रति आस्था बढाता है भगवान में मन लगाता है ,मस्तिस्क को शांति देता ,हृदय को मजबूत करना ,उच्च रक्त चाप को ठीक करना ,दम कैंसर जैसे रोगों में लाभदायक है इसे पानी में घीस कर पीने से अनेक रोगों का निवारण होता है अध्यात्मक में सफलता वालों को अपने इष्ट का दर्शन चाहने वालों को अध्यात्मिक रहस्यों की जानने की इच्छा रखने वाले को यह जरूर धारण करना चाहिये
2. यह रूद्राक्ष प्रशासक, राजनेता, व्यापारी, डॉक्टर, सिविल इंजीनियर्स, न्यायाधीशों, ठेकेदार, बिल्डर्स, संपत्ति डीलरों आदि के लिए यह रूद्राक्ष लाभकारी है.
मन्त्र: ॐ नमः शिवाय ||
कीमत: रुपये. 25000/- + कोरिअर चार्ज

गौरी शंकर रूद्राक्ष

लाभ:
1.यह रुद्राक्ष सर्वश्रेष्ठ रुद्राक्ष है प्राकृतिक रूप से आपस में दो रुद्राक्ष जुड़ कर यह बनते है यह शक्ति प्रदान करता है यह शिव के अर्धनारेश्वर रूप का प्रतीक है यह एक मुखी व चौदह मुखी दोनों रुद्राक्षों का भी फल देने वाला होता है इसे धारण करने से दुःख दरिद्रता पास नहीं आती मान सम्मान में वृद्धि होती है और व्यक्ति हमेशा सुख मिजाज़ रहता है दाम्पत्य जीवन की सभी बाधाओं को दूर करता है विवाद व आपसी तनाव के कारण पति पत्नी यदि अलग -अलग रहते है तो इसे जरूर धारण करना चाहिये.
2. यह रूद्राक्ष बैंक प्रबंधक, सॉफ्टवेयर इंजीनियर आदि के लिए लाभकारी है.
मन्त्र: ॐ उमा महेश्वराभ्याम नमः ||
कीमत: रुपये. 3500/- + कोरिअर चार्ज

गणेश रूद्राक्ष

लाभ:
1.यह रुद्राक्ष गणेश जी का स्वरुप है कहा जाता है इससे धारण करने से व्यक्ति को ऋद्धि सिद्धि कार्य कुशलता मन प्रतिष्ठा .व्यापर में लाभ ,विद्दयार्थी वर्ग के लिए विशेष लाभदायक है इससे स्मरण शक्ति ,ज्ञान में वृद्धि व बौधिक विकास होता है. प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाने में विशेष कारगर है. किसी भी कार्य में विध्न बाधाये नहीं आती है.
2. यह रूद्राक्ष छात्रों के लिए, प्रतियोगी परीक्षा उम्मीदवारों आदि के लिए लाभकारी है.
मन्त्र: ॐ गणेशाय नमः ||
कीमत: रुपये. 900/- + कोरिअर चार्ज

गर्भ गौरी रूद्राक्ष

विवरण:
गर्भ गौरी रूद्राक्ष गौरी शंकर के छोटे रूप है. गौरी शंकर में शामिल हो गए दोनों मोती बराबर आकार लेकिन गर्भ गौरी में एक मनका अन्य की तुलना में छोटी है|
लाभ:
1. विवाह के बाद ही इस रुद्राक्ष को धारण करना चाहिये गर्भ धारण में यह विशेष लाभकारी है जिन महिलाओं में गर्भ धारण नहीं होता है या एक ,दो माह होके गर्भपात हो जाता है उन्हें यह रुद्राक्ष जरूर धारण करना चाहिये इससे गर्भ रक्षा होती है और बच्चे मजबूत होते है यह सब कुछ ठीक रहने के बाद भी उत्तम पुत्र की कामना के लिये लाभप्रद है.
मन्त्र: ॐ नमः शिवाय नमः , ॐ ह्रीं नमः ||
कीमत: रुपये. 5100/- + कोरिअर चार्ज

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रूद्राक्ष माला

रूद्राक्ष को एक अकेले दाने के रूप में या माला के रूप में धारण किया जा सकता है एक ही माला से सभी दाने एक ही प्रकार के हो सकते है और विभिन्न प्रकार के भी हो सकते है रुद्राक्ष की माला अनेक प्रकार से फलदायी होती है सभी अलग -अलग मन्त्रों के लिये अलग -अलग माला बताया गया है लेकिन रुद्राक्ष के माला से सभी मन्त्र जपे जा सकते है जप करने के बाद क्षुद्रता के लिये माला को पूजा स्थान पर रखना चाहिये वैज्ञानिक मत के अनुसार मंत्रो की जप की बाद माला में उर्जा उत्पन्न हो जाती है यह माला यह माला अगर शरीर में धारण में किया जाये तो वो उर्जा शरीर को प्राप्त होने लगती है ऐसा करना ज्यादा अच्छा है लेकिन आवश्यक है कि माला धारण के साथ पवित्रता रखी जाये शौचादिक जैसे क्रिया या शमशान घाट जहा दूषित उर्जा हो वहा जाने के पूर्व माला को उतार देना चाहिये वृक्ष से लाया हुआ पुर्णतः सुद्ध रुद्राक्ष दिल के साथ अर्थात पूरा फल ही हमें यहाँ प्राप्त है जिसका छिलका हटाने से रुद्राक्ष बाहर आ जाता है.

किस व्यवसाय में कौन सा रुद्राक्ष धारण करे |

1. वकील , जज ,न्यायलय में कार्य करने वाले सभी लोगों को एक मुखी, चार मुखी, व तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिये |
2. वित्तीय क्षेत्र के कर्मचारी ,चार्टेड एकाउंट, रूपये के लेन देन का कार्य करने वाले सभी लोगों को आठ मुखी, ग्यारह मुखी, बारह मुखी,तेरह मुखी धारण करना
3. प्रशासनिक अधिकारी व पुरुष कर्मचारी को नौ व तेरह मुखी |
4. चिकित्सा जगत , डाक्टर ,वैधों ,सर्जन , तथा चिकित्सा जगत से जुड़े सभी लोगो को तीन मुखी, चार मुखी, नौ मुखी, दस मुखी, ग्यारह मुखी, बारह मुखी, चौदह मुखी |
5. तकनीकी क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों इंजिनियर आठ मुखी,दस मुखी,ग्यारह मुखी, चौदह मुखी |
6. वायु सेना से जुड़े कर्मचारियों ,पायलट को दस मुखी व ग्यारह मुखी |
7. शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगो व अध्यापको को छह व चौदह मुखी |
8. ठेकेदारी से सम्बंधित ग्यारह मुखी, तेरह मुखी, व चौदह मुखी|
9. जमीन जायदाद के क्रय विक्रय से जुड़े लोगो को एक मुखी,दस मुखी व चौदह मुखी|
10. व्यवसायी व जनरल मर्चेंट को दस मुखी,तेरह मुखी, चौदह मुखी|
11. उद्दोगपति को बारह मुखी व चौदह मुखी |
12. होटल व्यवसाय से सम्बंधित कर्मचारियों को एक मुखी, तेरह मुखी, व चौदह मुखी|




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